(क) | कालिदास पुरस्कार | काव्य रचना हेतु |
(ख) | बाणभट्ट पुरस्कार | गद्य रचना हेतु |
(ग) | शंकर पुरस्कार | दर्शन रचना हेतु |
(घ) | व्यास पुरस्कार | पुराण इतिहास, धर्मशास्त्र विषयक रचना हेतु |
(ङ) | पाणिनि/सायण पुरस्कार | व्याकरण तथा वेद वेदांग रचना हेतु |
उक्त सभी ग्रन्थ पुरस्कारों हेतु केवल संस्कृत भाषा में मौलिक रूप से रचित प्रथम संस्करण ही विचारणीय होगा। पूर्व प्रकाशित रचनाओं के संशोधित संस्करण पुस्तक के रूप में प्रकाशित होने पर विचारणीय हो सकता है, जबकि उसकी 60 प्रतिशत सामग्री पूर्व में प्रकाशित न हुई हो और उस पर संस्कृत संस्थान द्वारा कोई पुरस्कार पूर्व वर्ष में नहीं दिया गया हो। प्रत्येक पुरस्कारार्थ (विधा हेतु) प्रेषित ग्रन्थ की सभी पाँच प्रतियों पर अधोलिखित प्रमाण पत्र लेखक को अवश्य लगाना चाहिए। बिना प्रमाण पत्र वाले पुस्तक पर विचार नहीं किया जायेगा। वर्ष 2020 और 2021 में प्रकाशित रचनाएं/कृतियां ही स्वीकार्य होंगी।